जल संरक्षण के लिए तालाब नदियों डैम का हो रहा गहरीकरण ग्रामीण होंगे लाभान्वित ग्रीष्मकालीन जल संकट से निपटने किलकिला इंटेक वेल का भी गहरीकरण
पत्थलगांव में जल संरक्षण के लिए में तालाबों, नदियों,डैम का गहरीकरणनिस्तारी, कृषि कार्य में आसानी, ग्रामीण होंगे लाभान्वितग्रीष्मकालीन जल संकट से निपटने किलकिला इंटेक वेल का भी गहरीकरण
जशपुरनगर
14 मई 202४
जिले में ग्रीष्मकालीन में जल संरक्षण के लिए काम किया जा रहा है
पानी का स्टॉक कर जल स्रोत बढ़ाने के उद्देश्य से नगर पंचायत पत्थलगांव सहित जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में विशेष कर पहाड़ी क्षेत्रों में जल संरक्षण के लिए तालाबों, नदियों ,डैम का गहरीकरण किया जा रहा हैं।
इसी क्रम में पत्थलगांव में किलकिला इंटेक वेल का गहरीकरण किया गया । वही तालाबों का भी गहरीकरण किया जा रहा है। नगर पंचायत पत्थलगांव आगामी गर्मियों में जल की कमी की समस्या से निपटने के लिए तत्काल कदम उठा जा रहा है। नगर पंचायत क्षेत्र के तालाबों, विशेष रूप से किनकिला इंटेक, का गहरीकरण कार्य ज़ोरों पर है।
गर्मी के मौसम में जल संरक्षण अत्यंत महत्वपूर्ण है। वर्षा जल का संग्रहण और भूजल स्तर को बढ़ाना जल की कमी को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए, नगर पंचायत पत्थलगाँव ने तालाबों के गहरीकरण का कार्य शुरू किया है। इस पहल के तहत, तालाबों की गाद निकाली जा रही है और उनकी गहराई बढ़ाई जा रही है। इससे बारिश के पानी का अधिक से अधिक संग्रहण हो सकेगा और भूजल स्तर को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
गर्मी के मौसम में पानी की कमी एक गंभीर समस्या है। इस समस्या से निपटने के लिए, हमने तालाबों के गहरीकरण का कार्य शुरू किया है। यह पहल न केवल जल की कमी को दूर करने में मदद करेगी, बल्कि भूजल स्तर को भी बढ़ाएगी।” उन्होंने नगरवासियों से आग्रह किया कि वे जल संरक्षण में अपना योगदान दें और पानी का सदुपयोग करें